1) Issue Details:
- Issue opens: Thursday, 29th September, 2011
- Issue closes: Friday, 12th November, 2011
- Coupon:
- Series 1 and Series 2 with 7.51% p.a. payable on Annual and Cumulative basis respectively with maturity of ten years.
- Series 3 and Series 4 with 7.75% p.a. payable on Annual and Cumulative basis respectively with maturity of fifteen years
- Rating: Crisil – ‘AAA/Stable’ and ICRA - ‘LAAA’
- Face Value: Rs. 5,000 /- per bond
- Subscription amount: One Bond and in multiples of one Bond thereafter
- Listing: The Bonds will be listed on the BSE and can be traded only in the demat form after the 5-year lock-in period.
- No TDS: As per the current provisions of the Income Tax Act, 1961, for Bonds held in demat form; no TDS will be deducted on interest payments. If Bonds are held in physical form, no tax may be withheld if such interest does not exceed ` 2,500 in a financial year. However, such interest is taxable income in the hands of Bondholders.
- Investors can mortgage or pledge these Bonds to avail loans after the 5-year lock-in period.
- The money invested in these Infrastructure Bonds will be invested in Long Term Infrastructure projects like building of Airports, power plants, roads and ports meeting the infrastructure needs of the country.
बाय नाउ पे लेटर (BNPL) का कन्सेप्ट अपने यहाँ ऑनलाइन शॉपिंग की वजह जल्दी हो गया है। आज की दौर सभी को लोन लेके शॉपिंग करना अच्छा लगता है। इसके चलते बहुत सारे कंपनी इस प्रकार से लोन दे रही है। और आगे जाके बहुत कंपनी आ जाएगी। तो देखते है के ये BNPL -अभी शॉपिंग करे और बाद में पैसे दे। बाय नाउ पे लेटर (BNPL) का इतिहास: इस का इतिहास अपने यहाँ बहुत पुराना है। १९ वी सदी में, जब लोग महंगा सामान (फर्नीचर, खेती के अवजार इत्यादि) खरीद करते थे तब वे दूकानदार से क़िस्त पे लाते थे। दुकानदार उनसे हर महीने, हप्ते जैसे ग्राहक के पास पैसे आते थे वैसे वो ले लेता था। इस व्यापार में दोनो का फायदा होता था। जैसे के ग्राहक को सामान मिलता और दुकानकार का महंगावाला सामान बिक जाता था। BNPL कैसे काम करता है ? इसके आप को BNPL सुविधा देनेवाले प्रोवाइडर के ऐप या वेबसाइट पे जाके रजिस्टर करना होता है। इसके बाद आपका सॉफ्ट क्रेडिट चेक कर के आपको एक राशी लिमिट के तौर पे प्रदान कराती है। आगे जब आप शॉपिंग करते है तो उसका भुगतान आप BNPL सुविधा के जरिए...
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